मंगलवार की घटना के बाद जेडीयू सुप्रीमो के लिए स्थिति बदल गई है। पहले विधानसभा और फिर विधान परिषद की लाइव कार्यवाही के दौरान उन्होंने आपत्तिजनक बयान दे दिया। यह बयान महिलाओं और लड़कियों से जुड़ा हुआ था। उनके पीछे बैठे उनकी पार्टी के नेता घबरा गए, लेकिन हस्तक्षेप नहीं किया।बीजेपी एमएलसी और प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने उन्हें टोकने की कोशिश की तो नीतीश कुमार ने उन्हें चुप रहने को कहा। भाषण के वायरल होने के बाद इस मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने तीखी प्रतिक्रिया दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके को लपका और चुनावी रैली के दौरान पूरे विपक्ष को निशाने पर लिया। इसके बाद नीतीश कुमार डैमेज कंट्रोल में जुट गए।