2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा दांव चला है। नीतीश कुमार ने जातिगत सर्वे के आंकड़े सामने आने के बाद बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 60 से 75 फीसदी कर दिया है। बिहार विधानसभा में भी ये बिल पास हो गया। खास बात ये रही कि किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया, बीजेपी ने भी नहीं। लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश का ये दांव बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। आइए जानते हैं कैसे?